Phool Hai Baharon Ka
फूल है बहारों का बाग है नज़ारो का
और चाँद होता है सितारो का
मेरा तू तूही तू
फूल है बहारों का बाग है नज़ारो का
और चाँद होता है सितारो का
मेरा तू तूही तू
हा मौज है किनारों की
रात बेक़रारों की
और रिम झिम सावन की बुहारो की
मेरी तू तूही तू
मौज है किनारों की
रात बेक़रारों की
और रिम झिम सावन की बुहारो की
मेरी तू तूही तू
कभी कही मैं खो जाऊँ
कहा ढूँढे कहा जाए
मेरा पता फिर तू किससे पूछे
जिसके दिल मे तू बसा है
जिसके दिल मे तू छुपा है
वो तुझे गलियो मे क्यू ढूँढे
हे हे
जाम मस्ताने का
इश्क़ है दीवाने का
और तीर होता है निशाने का
मेरी तू तू तू तूही तू
ओ दीवाने मैने ऐसा
क्या कहा है क्या हुआ है
तूने दिल क्यू थाम लिया है
ओ हसीना क्या बताऊँ
तेरे दिल मे मेरे दिल को
प्यार भरा पैगाम दिया है
हे हे
रीत है जमाने की
बात है फसाने की
और शम्मा होती है परवाने की
मेरा तू तूही तू
हा मौज है किनारों की
रात बेक़रारों की
और रिम झिम सावन की बुहारो की
मेरी तू तूही तू
मेरा तू तूही तू