Rangat Teri Surat Si [Revival]

Hasrat Jaipuri, Shankar-Jaikishan

रंगत तेरी सूरत सी किसी में नहीं नहीं
खुश्बू तेरे बदन सी किसी में नहीं नहीं
रंगत तेरी सूरत सी किसी में नहीं नहीं
खुश्बू तेरे बदन सी किसी में नहीं नहीं
रंगत तेरी सूरत सी किसी में नहीं नहीं

देखा था जो बहार का सपना तू ही तो है
जिसका था इंतज़ार वो अपना तू ही तो है
जिसका था इंतज़ार वो अपना तू ही तो है
हर दम ये शरारत किसी में नहीं नहीं
खुश्बू तेरे बदन सी किसी में नहीं नहीं
रंगत तेरी सूरत सी किसी में नहीं नहीं

यूँ तो हसीन लाख है दुनिया की रह में
आता नहीं है कोई नहीं मेरी निगाहों में
आता नहीं है कोई नहीं मेरी निगाहों में
तुझ में है जो अगन किसी में नहीं नहीं
खुश्बू तेरे बदन सी किसी में नहीं नहीं
रंगत तेरी सूरत सी किसी में नहीं नहीं

तेरे हंसी ख्याल में रहो में छ गए
दुनिया को छोड़ कर तेरे पहलू में आ गए
दुनिया को छोड़ कर तेरे पहलू में आ गए
हमदम ये मोहब्बत किसी में नहीं नहीं
खुश्बू तेरे बदन सी किसी में नहीं नहीं
रंगत तेरी सूरत सी किसी में नहीं नहीं
खुश्बू तेरे बदन सी किसी में नहीं नहीं
रंगत तेरी सूरत सी किसी में नहीं

Trivia about the song Rangat Teri Surat Si [Revival] by Lata Mangeshkar

Who composed the song “Rangat Teri Surat Si [Revival]” by Lata Mangeshkar?
The song “Rangat Teri Surat Si [Revival]” by Lata Mangeshkar was composed by Hasrat Jaipuri, Shankar-Jaikishan.

Most popular songs of Lata Mangeshkar

Other artists of Film score