Ruk Jana O Janewale Rahi

Prem Dhawan

एक पल रुक जाना ओ जाने वाले राही
रुक जाना रुक जाना रुक जाना
एक पल रुक जाना हो
एक पल रुक जाना ओ जाने वाले राही
रुक जाना रुक जाना रुक जाना
एक पल रुक जाना हो

न रोके है राह तोरि बैया हमार
न बंधन बाँधे है नैनो के तार
न रोके है राह तोरि बैया हमार
न बंधन बाँधे है नैनो के तार
रोके तो रोके है मन की पुकार
एक पल रुक जाना रुक जाना रुक जाना
एक पल रुक जाना हो

लगाये जो मन पे जुदाई के तीर
छुपाने दे अपने करेजवा के तीर
लगाये जो मन पे जुदाई के तीर
छुपाने दे अपने करेजवा मे तीर
न तुझसे कहेंगे ये नैनो के तीर
एक पल रुक जाना रुक जाना रुक जाना
एक पल रुक जाना हो
एक पल रुक जाना हो
जाने वाले राही
रुक जाना रुक जाना रुक जाना
एक पल रुक जाना हो

Trivia about the song Ruk Jana O Janewale Rahi by Lata Mangeshkar

Who composed the song “Ruk Jana O Janewale Rahi” by Lata Mangeshkar?
The song “Ruk Jana O Janewale Rahi” by Lata Mangeshkar was composed by Prem Dhawan.

Most popular songs of Lata Mangeshkar

Other artists of Film score