So Gai Chandni Jaag Uthi Bekali
सो गयी चाँदनी जब उठि बेकली
गम सताने लगे
तुम मुझे और भी याद आने लगे
तुम मुझे और भी याद
चीख उठी जिंदगी आँखों में अश्क थे
डगमगाने लगे
तुम मुझे और भी याद आने लगे
तुम मुझे और भी याद
लाख उमंगें लिए रात ढलने लगी
मेरी तन्हाई करवट बदलने लगी
हाय रे बेकाशी अंग में हाय रे
मुस्काने लगे
तुम मुझे और भी याद आने लगे
तुम मुझे और भी याद
दूर तक मेरे दिल की पुकार गयी
दूर तक मेरे दिल की पुकार गयी
फिर न लौटी कुछ ऐसी बहार गयी
शेम गम की कसम अब तो मेरे कदम
डगमगाने लगे
तुम मुझे और भी याद आने लगे
तुम मुझे और भी याद