Us Dil Ki Qismat Kya Kahiye
उस दिल की किस्मत क्या कहिये
उस दिल की किस्मत क्या कहिये
जिस दिल का सहारा कोई नहीं
बेदर्द ज़माने क्या तेरी
बेदर्द ज़माने क्या तेरी
महफ़िल में हमारा कोई नहीं
बेदर्द ज़माने क्या तेरी
महफ़िल में हमारा कोई नहीं
बेदर्द ज़माने
इस ग़म की रात के आंचल में
वैसे तो हज़ारो तारे है
वैसे तो हज़ारो तारे है
वैसे तो हज़ारो तारे है
बन जाए जो आस मुसाफिर की
बन जाए जो आस मुसाफिर की
ऐसा ही सितारा कोई नहीं
बेदर्द ज़माने क्या तेरी
महफ़िल में हमारा कोई नहीं
बेदर्द ज़माने
उल्फत के चमन में ए नादाँ
क्यों ढूंढ रहा है कलियों को
यहां ग़म के कांटे उगते है
यहां ग़म के कांटे उगते है