O Re Saavan
ओ रे सावन फूल चुन के ले आओ ना
उनके जैसे ही खूबसूरत ले आओ ना
आँगन में उनके खूब सारे बिछाओ ना
दिल से लिखे ये खत उनको सुनाओ ना
ऐसे घुल जाते हो माही इन फूलों में
जन्नतों के बाग में तुझे कहाँ ढूंढूं मैं
सोने हैं लिबास, सोने तेरे अंदाज हैं
ऐसे हो नजरे के तुम्हें कैसे भूलूं
हम जाते जाते राहों पे तेरी राहें देखें
और बैठे बैठे रातें, ना जाने कैसे बीते
क्यों रहते हो ख्यालों में, आ जाओ ना मिलने
हा, तेरा इंतज़ार है, दिल ये करे
यूं ही कहीं तुमसे टकराएँ
हैं चलने लगी थोड़ी धीरे फिजाएं
भूले वो राहें जहां से थे आए
है बस शबनम बूंदे बरस आए
ऐसे घुल जाते हो माही इन फूलों में
जन्नतों के बाग में तुझे कहाँ ढूंढूं मैं
सोने हैं लिबास, सोने तेरे अंदाज हैं
ऐसे हो नजरे की तुम्हें कैसे भूलूं
हम जाते जाते राहों पे तेरी राहें देखें
क्यू बैठे बैठे रातें, ना जाने कैसे बीतें
क्यों रहते हो ख्यालों में, आ जाओ ना मिलने
के तेरा इंतेज़ार है, दिल ये करे है
ओ रे सावन फूल चुन के ले आओ ना
उनके जैसे ही खूबसूरत ले आओ ना
आँगन में उनके खूब सारे बिछाओ ना
ओ रे सावन फूल चुन के ले आओ ना