Yaad Aaye Wo
मै करीब आऊं जिसके
दूर हो जाए वो
लाख फिर कोशिशे करू
मिल नहीं पाए वो
लेकिन सदा याद आए वो
लेकिन सदा याद आए वो
लेकिन सदा याद आए वो ओ..
लेकिन सदा याद आए वो
एक ही लम्हें मे
जिंदगी बदल गई
खुशियों की वो बारिशें
होते होते टल गई
है मेरी खता या
कुसूर है लकीरों का
मरहमी जो शाम थी
दर्द में वो ढल गई
कैसा है ये सिला इश्क में मिला
जिसको भी अपना कहूं
दूर हो जाए वो
लाख फिर कोशिशे करू
मिल नहीं पाए वो
लेकिन सदा याद आए वो
लेकिन सदा याद आए वो
करवां ने इश्क को
मंजिले मिलती नहीं
हा मुक्कमल हो गया
इस बात पे मेरा यकीन
उसका साथ छूटा तो
निकली है दिल से ये सदा
हा हमेशा के लिए
होता है कुछ भी नही
सब तो है जानता दिल
पर नही मानता
रूह कोजो दे सुकून दूर हो जाए वो
लाख फिर कोशिशे करू
मिल नहीं पाए वो
लेकिन सदा याद आए वो
लेकिन सदा याद आए वो
लेकिन सदा याद आए वो
लेकिन सदा याद आए वो ओ..
लेकिन सदा याद आए वो