Hamara Dil Savere Ka

Dr. Bashir Badr

हमारा दिल सवेरे का
सुनेहरा जाम हो जाए
हमारा दिल सवेरे का
सुनेहरा जाम हो जाए
चरगो की तरह आंखे जले
जब शाम हो जाए
हमारा दिल सवेरे का
सुनेहरा जाम हो जाए

मुझे मालुम हैं उसका
ठिकाना फिर कहां होगा
मुझे मालुम हैं उसका
ठिकाना फिर कहां होगा
परिंदा आसमान चुनने में
जब नाकाम हो जाए
परिंदा आसमान चुनने में
जब नाकाम हो जाए
चरगो की तरह आंखे जले
जब शाम हो जाए
हमारा दिल सवेरे का
सुनेहरा जाम हो जाए

समंदर के सफर में
इस तरह हम को सदा दे
समंदर के सफर में
इस तरह हम को सदा दे
हवा तेज़ हो और
कश्तियो में शाम हो जाए
हवा तेज़ हो और
कश्तियो में शाम हो जाए
चरगो की तरह आंखे जले
जब शाम हो जाए
हमारा दिल सवेरे का
सुनेहरा जाम हो जाए

उजाले अपनी यादों के
हमारे साथ रहने दो
उजाले अपनी यादों के
हमारे साथ रहने दो
ना जाने किस गली में
जिंदगी की शाम हो जाए
ना जाने किस गली में
जिंदगी की शाम हो जाए
चरगो की तरह आंखे जले
जब शाम हो जाए
हमारा दिल सवेरे का
सुनेहरा जाम हो जाए
हमारा दिल सवेरे का
सुनेहरा जाम हो जाए

Trivia about the song Hamara Dil Savere Ka by Nina Mehta

When was the song “Hamara Dil Savere Ka” released by Nina Mehta?
The song Hamara Dil Savere Ka was released in 2008, on the album “Rahi Pyar Ke”.
Who composed the song “Hamara Dil Savere Ka” by Nina Mehta?
The song “Hamara Dil Savere Ka” by Nina Mehta was composed by Dr. Bashir Badr.

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