Raaz- E- Dil
राज़- ए- दिल कुच्छ तो वो च्छूपाते हैं
राज़- ए- दिल कुच्छ तो वो च्छूपाते हैं
खोए खोए नज़र जो आते हैं
राज़- ए- दिल कुच्छ तो वो च्छूपाते हैं
राज़- ए- दिल कुच्छ तो वो च्छूपाते हैं
लाख संजौन दिल को मैं लेकिन
लाख संजौन दिल को मैं लेकिन
लाख संजौन दिल को मैं लेकिन
फिर भी दिल में उतार ही जाते हैं
फिर भी दिल में उतार ही जाते हैं
खोए खोए नज़र जो आते हैं
राज़- ए- दिल कुच्छ तो वो च्छूपाते हैं
राज़- ए- दिल कुच्छ तो वो च्छूपाते हैं
साक़िया घूम नशे से घाट ते नही
साक़िया घूम नशे से घाट ते नही
साक़िया घूम नशे से घाट ते नही
मुझको सब जाम क्यूँ पीलते हैं
मुझको सब जाम क्यूँ पीलते हैं
खोए खोए नज़र जो आते हैं
राज़- ए- दिल कुच्छ तो वो च्छूपाते हैं
राज़- ए- दिल कुच्छ तो वो च्छूपाते हैं
लेके ाश्क़ो को अपनी आँखों में
लेके ाश्क़ो को अपनी आँखों में
लेके ाश्क़ो को अपनी आँखों में
इन अड्डा से मुश्कूराते हैं
इन अड्डा से मुश्कूराते हैं
खोए खोए नज़र जो आते हैं
राज़- ए- दिल कुच्छ तो वो च्छूपाते हैं
राज़- ए- दिल कुच्छ तो वो च्छूपाते हैं
जिन पे उनका करम नही घूमनाम
जिन पे उनका करम नही घूमनाम
जिन पे उनका करम नही घूमनाम
वो तो साहिल पे डूब जाते हैं
वो तो साहिल पे डूब जाते हैं
खोए खोए नज़र जो आते हैं
राज़- ए- दिल कुच्छ तो वो च्छूपाते हैं
खोए खोए नज़र जो आते हैं
राज़- ए- दिल कुच्छ तो वो च्छूपाते हैं
राज़- ए- दिल कुच्छ तो वो च्छूपाते हैं