Raaze Ulfat Chupake

Faiz Ahmed Faiz

राज़-ए-उल्फत छुपा के देख लिया
राज़-ए-उल्फत छुपा के देख लिया
दिल बहुत कुछ जला के देख लिया
राज़-ए-उल्फत छुपा के देख लिया

और क्या देखने को बाक़ी है
और क्या देखने को बाक़ी है
आप से दिल लगा के देख लिया
आप से दिल लगा के देख लिया

आस उस दर से टूटती ही नहीं
आस उस दर से टूटती ही नहीं
जा के देखा, न जा के देख लिया
जा के देखा, न जा के देख लिया

वो मेरे होके भी मेरे ना हुए
वो मेरे होके भी मेरे ना हुए
उनको अपना बना के देख लिया
उनको अपना बना के देख लिया

फैज़ तक़मील-ए-ग़म भी हो ना सकी
फैज़ तक़मील-ए-ग़म भी हो ना सकी
इश्क़ को आज़मा के देख लिया
इश्क़ को आज़मा के देख लिया
दिल बहुत कुछ जला के देख लिया
राज़-ए-उल्फत छुपा के देख लिया
राज़-ए-उल्फत छुपा के देख लिया

Trivia about the song Raaze Ulfat Chupake by Pamela Singh

Who composed the song “Raaze Ulfat Chupake” by Pamela Singh?
The song “Raaze Ulfat Chupake” by Pamela Singh was composed by Faiz Ahmed Faiz.

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