Pankhida
सैययान क्या किया है ये तूने आके
हो सैययान क्या किया है ये तूने आके
दिल जो नज़रो की विंडो से झाँके
आख़िर तू बोल दे जो भी बात है
कल ना होगी ऐसी रात मेहरबान
फिर से देख ले
पंकिड़ा बन उडद जाो आसमान में
धरती पे ना फिर ये लगे मेरे पाँव रे
पंकिड़ा बन उडद जाो आसमान में
धरती पे ना फिर ये लगे मेरे पाँव रे
पंकिड़ा, हन पंकिड़ा
दायें बायें देखे क्या ये
घाघरा है ये कोई सिग्नल है क्या
ह्म हाए हाए कुछ हो गया है
बोल तुझको भी हुआ है क्या
दुनिया को भूल के संग तू झूम ले
फिर ना होगी ऐसे धड़कनें जवान
फिर से देख ले
पंकिड़ा बन उडद जाो आसमान में
धरती पे ना फिर ये लगे मेरे पाँव रे
पंकिड़ा बन उडद जाो आसमान में
धरती पे ना फिर ये लगे मेरे पाँव रे
पंकिड़ा, हन पंकिड़ा, पंकिड़ा
पंकिड़ा, हन पंकिड़ा, पंकिड़ा
दोनो जहाँ से अब क्या मांगू
आज जो साथ तेरा है पाया
छ्होटा लगने लगा आसमान भी
बाहों में जबसे मैं सर झुकाया
पंकिड़ा..
हो पंकिड़ा, पंकिड़ा