Roj Raaton Ke Parde Gira Kar [Duet]
रोज रातो के परदे गिरा कर
रोज रातो के परदे गिरा कर
जागु मैं तेरी तस्वीर लेके
के मैं देखूं तुझे जब भी चाहु
दूसरा और कोई ना देखे
रोज रातो के परदे गिरा कर
मैंने माना की बिजली नहीं तू
ना तू सूरज सा किरणे लुटाये
आदमी हैं मगर फिर भी तुझको
आदमी हैं मगर फिर भी तुझको
कोई देखे तो देखा ना जाये
कोई तुझको चुरा ले ना मुझसे
जागु मैं तेरी तस्वीर लेके
रोज रातो के परदे गिरा कर
जब भी काजल लगाती हूँ जानम
नाम तेरा ही लिखती हूँ दिल पे
जब भी काजल लगाती हूँ जानम
नाम तेरा ही लिखती हूँ दिल पे
हा लट सवारू तो ये पूछती हैं
कब मैं बिखरुंगी साजन से मिलके
अब तो आजा कही से तू आजा
जागु मै तेरी तस्वीर लेके
रोज रातो के परदे गिरा कर
कल तलक मैंने राते गुजारी
मेहजबीनो की बाहों के नीचे
दिन को भटका किया डाली डाली
हर कली और हर गुल के पीछे
अब तेरा सिर्फ तेरा दीवाना
जागु मैं तेरी तस्वीर लेके
रोज रातो के परदे गिरा कर
जागु मैं तेरी तस्वीर लेके
के मैं देखूं तुझे जब भी चाहु
दूसरा और कोई ना देखे
रोज रातो के परदे गिरा कर (रोज रातो के परदे गिरा कर)
रोज रातो के परदे गिरा कर (रोज रातो के परदे गिरा कर)