Kaanchi

Irshad Kamil

हे काँछी
काँछी रे काँछी रे

(?)

हे हो
कड़क धूप और ठंडी छ्चाओं
एक अकेली पूरा गाओं
पूछोगे अब उसका नाओ क्या

काँछी रे काँछी काँछी रे काँछी
काँछी रे काँछी काँछी रे काँछी

ओह होहो हो हो हो
कड़क धूप और ठंडी छ्चाओं
एक अकेली पूरा गाओं
पूछोगे अब उसका नाओ क्या

काँछी रे काँछी काँछी रे

हा काँछी रे काँछी काँछी रे
छोटी में वो तूफान बाँधे

तूफान बाँधे हे

बरखा में वो आग लगाए

आग लगाए हे

तितली है या बिजली है वो
क्या है समझ ना आए
Hello जी हाए हाए हाए
नैनो से दुनिया घुमाए
नैनो से दुनिया घुमाए
सीधी साधी बात हमेशा बोले सांची
सांची रे काँछी रे

काँछी रे काँछी (काँछी रे)
काँछी रे काँछी

सांची तू तो काँच के जैसी
हे हे हे हे
तेज़्ज़ भी है पर आँच के जैसे
हे हे हे हे

मेरे देश की लड़की है वो
दुनिया समझ ये जाए
Hello जी हाए हाए हाए
सातों ही रंग वो दिखाए
सारी दुनिया उसके दिल से परखी जाँची
काँछी रे काँछी

कड़क धूप और ठंडी छ्चाओं (कड़क धूप और ठंडी छ्चाओं)
एक अकेली पूरा गाओं (एक अकेली पूरा गाओं)
पूछोगे अब उसका नाओ काँची रे (पूछोगे अब उसका नाओ काँची रे)

काँछी रे काँछी (काँछी रे)
काँछी रे काँछी (काँछी रे)

Trivia about the song Kaanchi by Sukhwinder Singh

Who composed the song “Kaanchi” by Sukhwinder Singh?
The song “Kaanchi” by Sukhwinder Singh was composed by Irshad Kamil.

Most popular songs of Sukhwinder Singh

Other artists of Film score