Raatein Khamosh Si
Vicky, Tejas
रातें खामोश सी, ना कुछ कहे, कुछ सुने
ये कैसा ग़म है नया
धीमा-धीमा असर छा रहा यादों का
लम्हा ये रात बन गया
बातें भीगी-भीगी सी
आँखों से बहे
ना कोई हो शोर
ना कोई कुछ कहे कहे कहे कहे
रातें खामोश सी, ना कुछ कहे, कुछ सुने
ये कैसा ग़म है नया
दिल के हज़ार बातें
हर बात लगे पुराने पुराने पुराने
दिल का है ये तमाशा तमाशा
या दिल की है मज़बूरी मज़बूरी
रातें खामोश सी, ना कुछ कहे, कुछ सुने
ये कैसा ग़म है नया
धीमा-धीमा असर छा रहा यादों का
लम्हा ये रात बन गया