Marham [Pehle Bhi Main]
Raj Shekhar, Vishal Mishra
तुम्हारे बदन की महक ख़ाब सी है
में चाहु की इसमें में खोई ही रहू
में सुबह को बांहो में अपनी ही छुपा के
तेरे साथ में यूँ ही में सोइ ही रहू
पुरे दिन बस तुझे देखते देखते
पहले भी में
तुमसे मिली हूँ
पहली दफा ये मिल के लगा
तूने छुआ आ झकमो को मेरे
पर हम मर हम दिल पे लगा आ
पागल पागल है थोड़े बादल
बादल है दोनों भीगे
बरसे आ दोनों जरा
पहले भी में
तुमसे मिली हूँ
पहली दफा ये मिल के लगा
ऊह ऊह महः महः