Kahe Koyal Shor Machaye Re
BEHZAD LAKHNAVI, RAM GANGULY
औ औ औ औ औ औ औ औ औ
काहे कोयल शोर मचाए रे
मोहे अपना कोई याद आए रे
काहे कोयल शोर मचाए रे
मोहे अपना कोई याद आए रे
उसने काहे को नैन फिराए रे
ओ कोई जाके उसे समझाए रे
मोरे दिल से जो निकले हाय रे
कोई दोष मेरा बतलाए रे
मोरे दिल से जो निकले हाय रे
कोई दोष मेरा बतलाए रे
कहे दो कहे दो कोयल से न गाये रे
मोहे अपना कोई याद आए रे
मोरे नैनों में नीर भर आए रे
मोहे बीते वो दिन याद आए रे
मोरे नैनों में नीर भर आए रे
मोहे बीते वो दिन याद आए रे
हाए आग लगी हिरदे में
हो कोई हिरदे की आग भुजाए रे
मेरा जीवन पल पल जाए रे
रहूं कब तक आस लगाए रे
मेरा जीवन पल पल जाए रे
रहूं कब तक आस लगाए रे
कोई जाके उसे समझाए रे
ओ मेरी मौत से पहले आए रे