Bheed Mein Ik Ajnabi

Amjad Islam Amjad, Kuldeep Singh

भीड़ में इक अजनबी
का सामना अच्छा लगा
भीड़ में इक अजनबी
का सामना अच्छा लगा
सब से च्छुपकर वो किसी का
सब से च्छुपकर वो किसी का
देखना अच्छा लगा
भीड़ में इक अजनबी का
सामना अच्छा लगा

सुरमई आँखों के नीचे
फूल से खिलाने लगे
सुरमई आँखों के नीचे
फूल से खिलाने लगे
कहते कहते कुच्छ किसी का
कहते कहते कुच्छ किसी का
सोचना अच्छा लगा
भीड़ में इक अजनबी का
सामना अच्छा लगा
भीड़ में इक अजनबी का
सामना अच्छा लगा

बात तो कुच्छ भी नही
थी लेकिन उसका एकदम
बात तो कुच्छ भी नही
थी लेकिन उसका एकदम
हाथ को होतो पे रख कर
हाथ को होतो पे रख कर
रोकना अच्छा लगा
भीड़ में इक अजनबी का
सामना अच्छा लगा
भीड़ में इक अजनबी का
सामना अच्छा लगा

दिल में कितने एहड़
बँधे थे ना मिलने के लिए
दिल में कितने एहड़
बँधे थे ना मिलने के लिए
वो मिला तो सब इरादे
वो मिला तो सब इरादे
तोड़ना अच्छा लगा
भीड़ में इक अजनबी का
सामना अच्छा लगा
भीड़ में इक अजनबी का
सामना अच्छा लगा
सब से च्छुपकर वो किसी का
सब से च्छुपकर वो किसी का
देखना अच्छा लगा
भीड़ में इक अजनबी का
सामना अच्छा लगा
भीड़ में इक अजनबी का
सामना अच्छा लगा

Trivia about the song Bheed Mein Ik Ajnabi by Ashok Khosla

Who composed the song “Bheed Mein Ik Ajnabi” by Ashok Khosla?
The song “Bheed Mein Ik Ajnabi” by Ashok Khosla was composed by Amjad Islam Amjad, Kuldeep Singh.

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