Musalsal Bekali
रंज भी देखे खुशी भी देखी
आज कुछ दर्द नया है दिल में
फिर किसी याद ने करवात बदली
कोई कांटा था चुभा है दिल में
फिर किसी गम ने पुकारा शयादी
कुछ उजाला सा हुआ है दिल में
कहीं चेहरे कहीं आंखें
कहीं होत एक परिखाना
साजा हैं दिल में
एक परीक्षा साजा है दिल में
मुसलसाल
मुसलसाल बेकली दिल को रही है
मुसलसाल बेकली दिल को रही है
मगर जीने की
मगर जीने की सूरत हो रही है
मुसलसाल बेकली दिल को रही है
मुसलसाल बेकली दिल को रही है
चले दिल से उम्मीदों के मुसाफिरो
चले दिल से उम्मीदों के मुसाफिरो
चले दिल से उम्मीदों के मुसाफिरो
चले दिल से उम्मीदों के मुसाफिरो
ये नगरी आज खली हो रही हैं
मुसलसाल बेकली दिल को रही है
मुसलसाल बेकली दिल को रही है
मैं क्यूं फिरता तन्हा मारा मारा
मैं क्यूं फिरता तन्हा मारा मारा
मैं क्यूं फिरता तन्हा मारा मारा
मैं क्यूं फिरता तन्हा मारा मारा
ये बस्ती चैन से
ये बस्ती चैन से क्यूं सो रही हैं
मुसलसाल बेकली दिल को रही है
मुसलसाल बेकली दिल को रही है
हमारे घर की दिवारो पे नसीरो
हमारे घर की दिवारो पे नसीरो
उदासी बाल खोले तो राही हैं
हमारे घर की दिवारो पे नसीरो
हमारे घर की दिवारो पे नसीरो
उदासी बाल खोले तो राही हैं
मुसलसाल बेकली दिल को रही है
मुसलसाल बेकली दिल को रही है
मगर जीने की
मगर जीने की सूरत हो रही है
मुसलसाल बेकली दिल को रही है
मुसलसल बेकली दिल को रही है