Jise Chupke Chupke Padhta Hoon Wo Pyar Ki
जिसे चुपके चुपके पढ़ता हूँ
वो प्यार की साची किताब हैं तू
जिसे चुपके चुपके पढ़ता हूँ
वो प्यार की साची किताब हैं तू
कभी गीत लगे कभी ग़ज़ल
कभी गीत लगे कभी ग़ज़ल
आशिक़ सायर का खवाब है तू
जिसे चुपके चुपके पढ़ता हूँ
वो प्यार की साची किताब हैं तू
जिसे चुपके चुपके पढ़ता हूँ
वो प्यार की साची किताब हैं तू
मेरी आँखो में जो सपने
उन सपनो में तेरा प्यार पाले
मेरी आँखो में जो सपने
उन सपनो में तेरा प्यार पाले
तेरी उठती झुकती पॅल्को में
तेरी उठती झुकती पॅल्को में
मेरी सुबह चले मेरी शाम ढले
जिसे चुपके चुपके पढ़ता हूँ
वो प्यार की साची किताब हैं तू
जिसे चुपके चुपके पढ़ता हूँ
वो प्यार की साची किताब हैं तू
तेरी जुल्फे खुले तो ये वक़्त रुके
तू बात करे तो फूल खिले
तेरी जुल्फे खुले तो ये वक़्त रुके
तू बात करे तो फूल खिले
जो रंग है भीगे मौसम का
जो रंग है भीगे मौसम का
यूयेसेस रंग में दोनो आज मिले
जिसे चुपके चुपके पढ़ता हूँ
वो प्यार की साची किताब हैं तू
जिसे चुपके चुपके पढ़ता हूँ
वो प्यार की साची किताब हैं तू
कभी गीत लगे कभी ग़ज़ल
कभी गीत लगे कभी ग़ज़ल
आशिक़ सायर का खवाब है तू
जिसे चुपके चुपके पढ़ता हूँ
वो प्यार की साची किताब हैं तू
जिसे चुपके चुपके पढ़ता हूँ
वो प्यार की साची किताब हैं तू