Aap Bhi Aaiye

JAGJIT SINGH, JAVED AKHTAR

आप भी आइये हमको भी बुलाते रहिये
आप भी आइये हमको भी बुलाते रहिये
दोस्ती जुर्म नहीं दोस्त बनाते रहिये
दोस्ती जुर्म नहीं दोस्त बनाते रहिये
आप भी आइये हमको भी बुलाते रहिये

ज़हर पी जाइये और बाँटिये अमृत सब को
ज़हर पी जाइये और बाँटिये अमृत सब को
ज़ख्म भी खाइये और गीत भी गाते रहिये
ज़ख्म भी खाइये और गीत भी गाते रहिये
आप भी आइये हमको भी बुलाते रहिये

वक़्त ने लूट लीं लोगों की तमन्नाएँ भी
वक़्त ने लूट लीं लोगों की तमन्नाएँ भी
ख़्वाब जो देखिये औरों को दिखाते रहिये
ख़्वाब जो देखिये औरों को दिखाते रहिये
दोस्ती जुर्म नहीं दोस्त बनाते रहिये
आप भी आइये हमको भी बुलाते रहिये

शक्ल तो आपके भी ज़हन में होगी कोई
शक्ल तो आपके भी ज़हन में होगी कोई
कभी बन जाएगी तस्वीर बनाते रहिये
कभी बन जाएगी तस्वीर बनाते रहिये
आप भी आइये हमको भी बुलाते रहिये
आप भी आइये हमको भी बुलाते रहिये
दोस्ती जुर्म नहीं दोस्त बनाते रहिये
आप भी आइये हमको भी बुलाते रहिये
आप भी आइये हमको भी बुलाते रहिये

Trivia about the song Aap Bhi Aaiye by Jagjit Singh

When was the song “Aap Bhi Aaiye” released by Jagjit Singh?
The song Aap Bhi Aaiye was released in 2004, on the album “Aap Bhi Aaiye”.
Who composed the song “Aap Bhi Aaiye” by Jagjit Singh?
The song “Aap Bhi Aaiye” by Jagjit Singh was composed by JAGJIT SINGH, JAVED AKHTAR.

Most popular songs of Jagjit Singh

Other artists of World music