Tujhe Dhoondta Tha Main Chaar Soo
तुझे ढूँढता था मैं चार सू
तेरी शान जल्ल-ए-जलालहू
तू मिला क़रीब-ए-रग-ए-गुलू
तेरी शान जल्ल-ए-जलालहू
तुझे ढूँढता था मैं चार सू
तेरी याद में है कली कली
है चमन-चमन हू-अल-अली
तू बसा है फूल में हूबहू
तेरी शान जल्ल-ए-जलालहू
तुझे ढूँढता था मैं चार सू
तेरे हुक़्म से जो हवा चली
तो चटक के बोली कली कली
है करीम तू, है रहीम तू
तेरी शान जल्ल-ए-जलालहू
तुझे ढूँढता था मैं चार सू
तेरा जलवा दोनों जहाँ में है
तेरा नूर कौन-ओ-मकाँ में है
यहाँ तू ही तू, वहाँ तू ही तू
तेरी शान जल्ल-ए-जलालहू
तुझे ढूँढता था मैं चार सू
तेरी शान जल्ल-ए-जलालहू
तुझे ढूँढता था मैं चार सू