Zindagi Mein Sada Muskurate Raho

Naqsh Layalpuri

ला ला ला ला ला ला ला
ला ला ला ला ला ला ला
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो
फासले कम करो दिल मिलाते रहो
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो

दर्द कैसा भी हो आँख नम न करो
दर्द कैसा भी हो आँख नम न करो
रात काली सहीं कोई गम न करो
इक सितारा बनो जगमगाते रहो
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो

बांटना हैं अगर बांट लो हर ख़ुशी
बांटना हैं अगर बांट लो हर ख़ुशी
ग़म न ज़ाहिर करो तुम किसी पे कभी
दिल की गहराई में गम छुपाते रहो
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो

अश्क़ अनमोल हैं खो न देना कहीं
इनकी हर बूँद हैं मोतियों से हसीं
अश्क़ अनमोल हैं खो न देना कहीं
इनकी हर बूँद हैं मोतियों से हसीं
इनको हर आँख से तुम चुराते रहो
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो
फासले कम करो दिल मिलाते रहो
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो
ला ला ला ला ला ला ला मुस्कुराते रहो
ला ला ला ला ला ला ला
ला ला ला ला ला ला ला

Trivia about the song Zindagi Mein Sada Muskurate Raho by Jagjit Singh

Who composed the song “Zindagi Mein Sada Muskurate Raho” by Jagjit Singh?
The song “Zindagi Mein Sada Muskurate Raho” by Jagjit Singh was composed by Naqsh Layalpuri.

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