Swarg Se Pyara Hai [Sad]
ANWAR SAGAR, NADEEM SHRAVAN
मेरा घर था
खुशी का जहाँ
प्यार के फुलो का गुलसिता
जीना था तुमको तो
हंसते गाते हुए
फुलो की तरह से मुस्कुराते हुए
खो गये मेरे प्यारो कहाँ
मेरी आँखो के तारे कहाँ
अब कहाँ से तुम्हे
लाओ मैं ढूँढ कर
स्वर्ग से प्यारा था
मेरा छोटा सा घर
मेरे घर को लगी
जाने किसकी नज़र
मेरा घर था
खुशी का जहाँ
प्यार के फुलो का गुलसिता
जीना था तुमको तो
हंसते गाते हुए
फुलो की तरह से मुस्कुराते हुए
खो गये मेरे प्यारो कहाँ
मेरी आँखो के तारे कहाँ
अब कहाँ से तुम्हे
लाओ मैं ढूँढ कर
स्वर्ग से प्यारा था
मेरा छोटा सा घर
मेरे घर को लगी
जाने किसकी नज़र