Aa Gale Lag Ja [Revival]

SHAILENDRA, SHANKAR JAIKISHAN

आ गले लग जा मेरे सपने
मेरे अपने मेरे पास आ
आ गले लग जा मेरे सपने
मेरे अपने मेरे पास आ
आ गले लग जा मेरे सपने
मेरे अपने मेरे पास आ
हो हो हो आ गले लग जा

आबाद है तू मेरी धड़कनों में
मेरी जान तुझमें बसी है
बादल से जो आस है मोर को मेरे
दिल को वो तुझसे लगी है
इक तेरी मुस्कान अंगड़ाई लेती
हुई मेरी तकदीर जागे
इक तेरी झलकी चली आये पल में
मेरी मंज़िलें मेरे आगे
आ गले लग जा मेरे सपने
मेरे अपने मेरे पास आ
आ गले लग जा मेरे सपने
मेरे अपने मेरे पास आ
हो हो हो आ गले लग जा

मत आज़मा तू मेरे प्यार को खेल
मत यू मेरी ज़िन्दगी से
उल्फत के मारों को क्या मारना
जान दे देते हैं जो ख़ुशी से
ये हुस्न जिसको मिले जान ए जान
बेदिली उसको सजती नहीं है
हो ख़ूबरू चाँद से जो हसीं
बेरुखी उसको जंचती नहीं है
आ गले लग जा मेरे सपने
मेरे अपने मेरे पास आ
आ गले लग जा मेरे सपने
मेरे अपने मेरे पास आ
आ गले लग जा मेरे सपने
मेरे अपने मेरे पास आ
हो हो हो आ गले लग जा

Trivia about the song Aa Gale Lag Ja [Revival] by Mohammed Rafi

Who composed the song “Aa Gale Lag Ja [Revival]” by Mohammed Rafi?
The song “Aa Gale Lag Ja [Revival]” by Mohammed Rafi was composed by SHAILENDRA, SHANKAR JAIKISHAN.

Most popular songs of Mohammed Rafi

Other artists of Religious