Aasha Ke Jab Dip Bujhe

Rajendra Krishan

आशा के जब दीप बुझे
तोह मनन का दीप जला
जग का रास्ता छोड़ मुसाफिर
तेरी राह चला
अपनी छाया में
भगवन बिठा ले मुझे
अपनी छाया में
भगवन बिठा ले मुझे
मै हु तेरा तू
अपना बना ले मुझे
अपनी छाया में
भगवन बिठा ले मुझे
मै हु तेरा तू
अपना बना ले मुझे

अब मुझे गम का गम
न खुशी की खुशी
अब मुझे गम का गम
न खुशी की खुशी
है अँधेरा भी
मेरे लिए रोशनी
में जियु जब तलक
में जियु जब तलक
आजमा ले मुझे
आजमा ले मुझे
मै हु तेरा तू
अपना बना ले मुझे
अपनी छाया में
भगवन बिठा ले मुझे
मै हु तेरा तू
अपना बना ले मुझे

देखकर मै किसी
की खुशी न जलु
देखकर मै किसी
की खुशी न जलु
राह इंसानियत
की हमेशा चलू
भूल जाऊं तोह
भूल जाऊं तोह जग से
उठा ले मुझे
तू उठा ले मुझे
मै हु तेरा तू
अपना बना ले मुझे
अपनी छाया में
भगवन बिठा ले मुझे
मै हु तेरा तू
अपना बना ले मुझे

Trivia about the song Aasha Ke Jab Dip Bujhe by Mohammed Rafi

Who composed the song “Aasha Ke Jab Dip Bujhe” by Mohammed Rafi?
The song “Aasha Ke Jab Dip Bujhe” by Mohammed Rafi was composed by Rajendra Krishan.

Most popular songs of Mohammed Rafi

Other artists of Religious