Adhikar Humen Bhi Hai Jeene Ka

Madan Mohan, Rajinder Krishnan

हक़ मांगते है अपने पसीने का
अधिकार हमें भी है जीने का

हक़ मांगते है अपने पसीने का
अधिकार हमें भी है जीने का
हक़ मांगते है अपने पसीने का

तुम लाख अमीरो ऐश करो
हम देख तुम्हे कब जलते है

हम देख तुम्हे कब जलते है

साये में तुम्हारे महलो के
लेकिन कितने गम पलते है
देखो तो नज़ारा आके कभी
गम खाने आँसू पीने का

हक़ मांगते है अपने पसीने का
अधिकार हमें भी है जीने का
हक़ मांगते है अपने पसीने का

मेहनत पे हमारी ही तुमने
ये शीशमहल है खड़ा किया

ये शीशमहल है खड़ा किया

तुम जिनको छोटा कहते हो
इन छोटो ने तुमको बड़ा किया
क्यों साल के पीछे चुभता है
फिर बोनस एक महीने का

हक़ मांगते है अपने पसीने का
अधिकार हमें भी है जीने का
हक़ मांगते है अपने पसीने का

तुम खुद भी जियो और जीने दो
है मांग यही मज़दूरों की

है मांग यही मज़दूरों की

इन्साफ करो इन्साफ़ करो
अब आह न लो मज़दूरों की
शोला न कही बनकर भड़के
अब तक जो धुआँ है सीने का

हक़ मांगते है अपने पसीने का
अधिकार हमें भी है जीने का
हक़ मांगते है अपने पसीने का
अधिकार हमें भी है जीने का
हक़ मांगते है अपने पसीने का

Trivia about the song Adhikar Humen Bhi Hai Jeene Ka by Mohammed Rafi

Who composed the song “Adhikar Humen Bhi Hai Jeene Ka” by Mohammed Rafi?
The song “Adhikar Humen Bhi Hai Jeene Ka” by Mohammed Rafi was composed by Madan Mohan, Rajinder Krishnan.

Most popular songs of Mohammed Rafi

Other artists of Religious