Ankhiyan Apni Chhupa Ke Rakh

Rajendra Krishan

अखिया अपनी छुपा के रख गोरिये
ज़माना शराबी बन जायेगा
अखिया अपनी छुपा के रख गोरिये
ज़माना शराबी बन जायेगा
चाँद चढ़े सब दुनिया देखे
चाँद चढ़े सब दुनिया देखे
मै तो देखु मुख यार का
मै मर गया अल्लाह
मै तो देखु मुख यार का
जुल्फे रुख से हटा के रख गोरिये
ज़माना शराबी बन जायेगा
अखिया अपनी छुपा के रख गोरिये
ज़माना शराबी बन जायेगा

देख के तेरे हुसन का आलम
हाय देख के तेरे हुसन का आलम
दिल है दीवाना तेरे नाम का
मै मर गया अल्लाह
दिल है दीवाना तेरे नाम का
पलके यु न झुका के रख गोरिये
ज़माना शराबी बन जायेगा
अखिया अपनी छुपा के रख गोरिये
ज़माना शराबी बन जायेगा

तेरी गली में आना जाना
तेरी गली में आना जाना
काम यही है सुबह शाम का
मै मर गया अल्लाह
काम यही है सुबह शाम का
जलवे कुछ तो बचा के रख गोरिये
ज़माना शराबी बन जायेगा
अखिया अपनी छुपा के रख गोरिये
ज़माना शराबी बन जायेगा

Trivia about the song Ankhiyan Apni Chhupa Ke Rakh by Mohammed Rafi

Who composed the song “Ankhiyan Apni Chhupa Ke Rakh” by Mohammed Rafi?
The song “Ankhiyan Apni Chhupa Ke Rakh” by Mohammed Rafi was composed by Rajendra Krishan.

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