Bachpan Ke Din Bhula Naa Dena
Naushad, Shakeel Badayuni
ओ बचपन के दिन भुला ना देना
ओ बचपन के दिन भुला ना देना
आज हँसे कल रुला ना देना
आज हँसे कल रुला ना देना
ओ बचपन के दिन भुला ना देना
रुत बदले या जीवन बीते
दिल के तराने हों ना पुराने
रुत बदले या जीवन बीते
दिल के तराने हों ना पुराने
हो..नैनों में बन कर सपन सुहाने
आएंगे एक दिन यही ज़माने
यही ज़माने
याद हमारी मिटा ना देना
आज हँसे कल रुला ना देना
ओ बचपन के दिन भुला ना देना
बचपन के दिन भुला ना देना
आज हँसे कल रुला ना देना
भुला ना देना
भुला ना देना