Banaataa Hun Teri Khoon E Jigar Se

Shakeel Badayuni

तसवीर बनाता हूँ तेरी ख़ून-ए-जिगर से
ख़ून-ए-जिगर से
देखा है तुझे मैंने मोहब्बत की नज़र से
अरे, मोहब्बत की नज़र से
तसवीर बनाता हूँ तेरी ख़ून-ए-जिगर से
ख़ून-ए-जिगर से

जितने भी मिले रंग वो सभ भर दिये तुझ में
हाय, भर दिये तुझ में
इक रंग-ए-वफ़ा और है
लाऊँ वो किधर से अरे लाऊँ वो किधर से
तसवीर बनाता हूँ तेरी ख़ून-ए-जिगर से
ख़ून-ए-जिगर से

सावन तेरी ज़ुल्फ़ों से घटा
माँग के लाया हाय माँग के लाया
बिजली ने चुराई है तड़प
तेरी नज़र से अरे, तड़प तेरी नज़र से

मैं दिल में बुला कर तुझे
रुख़्सत न करूँगा हाय, रुख़्सत न करूँगा
मुश्किल है तेरा लौट के
जाना मेरे घर से अरे जाना मेरे घर से
तसवीर बनाता हूँ तेरी ख़ून-ए-जिगर से
ख़ून-ए-जिगर से

Trivia about the song Banaataa Hun Teri Khoon E Jigar Se by Mohammed Rafi

Who composed the song “Banaataa Hun Teri Khoon E Jigar Se” by Mohammed Rafi?
The song “Banaataa Hun Teri Khoon E Jigar Se” by Mohammed Rafi was composed by Shakeel Badayuni.

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