Chhoo Lene Do Nazuk Honthon Ko [Classic Revival]

Ravi, Sahir Ludhianvi

छू लेने दो नाजुक होठों को
कुछ और नहीं है जाम है ये
छू लेने दो नाजुक होठों को
कुछ और नहीं है जाम है ये
कुदरत ने जो हमको बक्शा है
वो सबसे हसि इनाम है ये
छू लेने दो नाजुक होठों को

शरमा के न यूँ ही खो देना
रंगीन जवानी की घड़ियाँ
शरमा के न यूँ ही खो देना
रंगीन जवानी की घड़ियाँ
बेताब धड़कते सीनों का
अरमान भरा पैगाम है ये
छू लेने दो नाजुक होठों को
कुछ और नहीं है जाम है ये
छू लेने दो नाजुक होठों को

अच्छों को बुरा साबित करना
दुनिया की पुरानी आदत है
अच्छों को बुरा साबित करना
दुनिया की पुरानी आदत है
इस में को मुबारक चीज़ समझ
माना की बहुत बदनाम है ये
छू लेने दो नाजुक होठों को
कुछ और नहीं है जाम है ये
कुदरत ने जो हमको बक्शा है
वो सबसे हसि इनाम है ये
छू लेने दो नाजुक होठों को

Trivia about the song Chhoo Lene Do Nazuk Honthon Ko [Classic Revival] by Mohammed Rafi

Who composed the song “Chhoo Lene Do Nazuk Honthon Ko [Classic Revival]” by Mohammed Rafi?
The song “Chhoo Lene Do Nazuk Honthon Ko [Classic Revival]” by Mohammed Rafi was composed by Ravi, Sahir Ludhianvi.

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