Dil-E-Betaab Ko Seene Se Lagana
दिल ए बेताब को सीने से लगाना होगा
आज पर्दा है तो कल सामने आना होगा
आपको प्यार का दस्तूर निभाना होगा
दिल झुकाया है तो सर को भी झुकाना होगा
दिल ए बेताब को सीने से लगाना होगा
अपनी सूरत को तु ऐ जान ए वफ़ा यूँ न छुपा
गर्मी ए हुस्न से जल जाये न आँचल तेरा
लग गई आग तो मुझ को ही बुझाना होगा
दिल झुकाया है तो सर को भी झुकाना होगा
दिल ए बेताब को सीने से लगाना होगा
आज आलम है वो दिल का कि बताये न बने
पास आये न बने दूर भी जाये न बने
मैँ हूँ मदहोश मुझे होश में लाना होगा
आज पर्दा है तो कल सामने आना होगा
आपको प्यार का दस्तूर निभाना होगा
आप तो इतने क़रीब आ गये अल्लाह तौबा
क्या करें आप से टकरा गये तौबा तौबा
इश्क़ इन बातों से रुस्वा ए ज़माना होगा
दिल ए बेताब को सीने से लगाना होगा