Dil Ne Phir Yaad Kiya [Revival]

Sonik Omi, G L Rawal

दिल ने फिर याद किया बर्क़ सी लहराई है
दिल ने फिर याद किया बर्क़ सी लहराई है
फिर कोई चोट मुहब्बत की उभर आई है
दिल ने फिर याद किया

वो भी क्या दिन थे हमें दिल में बिठाया था कभी
और हँस हँस के गले तुम ने लगाया था कभी
खेल ही खेल में क्यों जान पे बन आई है
फिर कोई चोट मुहब्बत की उभर आई है
दिल ने फिर याद किया

क्या बतायें तुम्हें हम शम्मा की क़िसमत क्या है
ग़मे के जलने के सिवा मुहब्बत क्या है
ये वो गुलशन है कि जिस में न बहार आई है
फिर कोई चोट मुहब्बत की उभर आई है
दिल ने फिर याद किया

हम वो परवाने हैं जो शम्मा का दम भरते हैं
हुस्न की आग में खामोश जला करते हैं
आह भी निकले तो प्यार की रुसवाई है
फिर कोई चोट मुहब्बत की उभर आई है
दिल ने फिर याद किया

Trivia about the song Dil Ne Phir Yaad Kiya [Revival] by Mohammed Rafi

Who composed the song “Dil Ne Phir Yaad Kiya [Revival]” by Mohammed Rafi?
The song “Dil Ne Phir Yaad Kiya [Revival]” by Mohammed Rafi was composed by Sonik Omi, G L Rawal.

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