Falak Bola Khuda Ke Noor Ka Mai Aashiyana Hu
ये सच है, ऐ, जहाँ वालों हमें जीना नहीं आया
ये सच है, ऐ, जहाँ वालों हमें जीना नहीं आया
मरे १०० बार जीते जी, मगर मरना नहीं आया
ये सच है, ऐ, जहाँ वालों हमें जीना नहीं आया
बड़ी आसान थी राहें, ना मंज़िल ही कोई मुश्किल
बड़ी आसान थी राहें, ना मंज़िल ही कोई मुश्किल
मगर आसान राहों पर हमें चलना नहीं आया
हमें चलना नहीं आया
ये सच है, ऐ, जहाँ वालों हमें जीना नहीं आया
ये सच है, ऐ, जहाँ वालों
सिसकती रात के सायों में जब खो जाएँगे हम भी
सिसकती रात के सायों में जब खो जाएँगे हम भी
शम्मा जल-जल के पूछेगी,"वो परवाना नहीं आया
वो परवाना नहीं आया
ये सच है, ऐ, जहाँ वालों हमें जीना नहीं आया
ये सच है, ऐ, जहाँ वालों.लों