Ghir Ke Barse Ye Ghatayen

Khumar Barabankvi, Roshan

घिर के बरसे ये घटाएं
तो मज़ा आज आए
आप घर जाने न पाएं तो
तो मज़ा, तो मज़ा आज आए
होय होय
हो हो हो

घिर के बरसे ये घटाएं

प्यारा प्यारा है मौसम
आरज़ू भी है जवा
प्यारा प्यारा है मौसम
आरज़ू भी है जवा
दिल संभलता ही नहीं
रूठ जाना न कहीं
दिल संभलता ही नहीं
रूठ जाना न कहीं
हम हम
हो हो
रूठे हम तो आप मनाएं
तो मज़ा आज आए
आप घर जाने न पाएं तो
तो मज़ा, तो मज़ा आज आए
घिर के बरसे ये घटाएं

यूं ना तडफाइये जी
होस में आइए जी
यूं ना तडफाइये जी
होस में आइए जी
छाई है उड़ घटा
अच्छा जी, फिर हमें क्या
छाई है उड़ घटा
अच्छा जी, फिर हमें क्या
हो हो हो
हम्म हम्म

हाथों में हाथ रहें
आप का साथ रहे
हाथों में हाथ रहें
आप का साथ रहे
हम कहीं दूर चले
देखने वाले जले
हम कहीं दूर चले
देखने वाले जले
ह हो हो हो

हम्म हम्म हो हो

जलने वालो को जलाये तो मजा आ जाये
आप घर जाने न पाएं तो
तो मज़ा, तो मज़ा आज आए
हो हो हो हम्म हम्म
घिर के बरसे ये घटाएं

Trivia about the song Ghir Ke Barse Ye Ghatayen by Mohammed Rafi

Who composed the song “Ghir Ke Barse Ye Ghatayen” by Mohammed Rafi?
The song “Ghir Ke Barse Ye Ghatayen” by Mohammed Rafi was composed by Khumar Barabankvi, Roshan.

Most popular songs of Mohammed Rafi

Other artists of Religious