Gulon Ke Rang Sitaron Ki

NIDA FAZLI, USHA KHANNA

गुलों के रंग, सितारों की रोशनी दे दूँ
गुलों के रंग, सितारों की रोशनी दे दूँ
जो तुम कहो तो तुम्हें अपनी शायरी दे दूँ
गुलों के रंग, सितारों की रोशनी दे दूँ

ये आईना तुम्हें क्या देगा मेरे पास आओ
ये आईना तुम्हें क्या देगा मेरे पास आओ
बदन को लोच, अदाओं को दिलकशी दे दूँ
बदन को लोच, अदाओं को दिलकशी दे दूँ
गुलों के रंग, सितारों की रोशनी दे दूँ

तुम्हारी ज़ुल्फो की रातें बहुत अंधेरी हैं
तुम्हारी ज़ुल्फो की रातें बहुत अंधेरी हैं
चले भी आओ, मुहब्बत की चाँदनी दे दूँ
चले भी आओ, मुहब्बत की चाँदनी दे दूँ
गुलों के रंग, सितारों की रोशनी दे दूँ

तुम्हारे रेशमी आँचल में टांक दूँ मौसम
तुम्हारे रेशमी आँचल में टांक दूँ मौसम
चमन के सारे नज़ारों की ताज़गी दे दूँ
चमन के सारे नज़ारों की ताज़गी दे दूँ
गुलों के रंग, सितारों की रोशनी दे दूँ

कुछ और तो नहीं मेरे ग़रीब दामन में
कुछ और तो नहीं मेरे ग़रीब दामन में
अगर क़ुबूल करो, अपनी ज़िंदगी दे दूँ
अगर क़ुबूल करो, अपनी ज़िंदगी दे दूँ
गुलों के रंग, सितारों की रोशनी दे दूँ
जो तुम कहो तो तुम्हें अपनी शायरी दे दूँ
गुलों के रंग, सितारों की रोशनी दे दूँ

Trivia about the song Gulon Ke Rang Sitaron Ki by Mohammed Rafi

Who composed the song “Gulon Ke Rang Sitaron Ki” by Mohammed Rafi?
The song “Gulon Ke Rang Sitaron Ki” by Mohammed Rafi was composed by NIDA FAZLI, USHA KHANNA.

Most popular songs of Mohammed Rafi

Other artists of Religious