Gusse Men Tum Aur Bhi Achhi Lagti

Anjaan

गुस्से में तुम और भी अच्छी लगती हो
माशा अल्लाह असलामा
असलामा लैसम अजी क्या कहने
सुभान अल्लाह
गुस्से में तुम और भी अच्छी लगती हो
माशा अल्लाह असलामा
असलामा लैसम अजी क्या कहने
सुभान अल्लाह

तेरा शबाब जैसे गुलाब
अरे बन ठन ठन कर चली कहा
ओ माहताब तू लाजवाब
अरे रुक जा रुक जा चलि कहा
क्या कहूं क्या हुआ तुम मिली
दिल गया आँखे न चुरा बाटे
न बना हो बाते न बना आँखे
न चुरा सदके के जउ में वल्लाह
गुस्से में तुम और भी अच्छी लगती हो
माशा अल्लाह असलामा
असलामा लैसम अजी क्या कहने
सुभान अल्लाह

जगे नसीब आजा क़रीब मेरी दिलबार
बन कर अभी अभी
दीवाना वार है मेरा प्यार दिल ले ले
हस कर अभी अभी
जाओ जी तुम जहा आउंगा में वह
ओ जाने अदा गुस्सा न दिखा
हो गुस्स न दिखा ओ जाने आदा
वरना कहुंगा में वल्लाह
गुस्से में तुम और भी अच्छी लगती हो
माशा अल्लाह असलामा
असलामा लैसम अजी क्या कहने
सुभान अल्लाह
गुस्से में तुम और भी अच्छी लगती हो
माशा अल्लाह असलामा
असलामा लैसम अजी क्या कहने
सुभान अल्लाह

Trivia about the song Gusse Men Tum Aur Bhi Achhi Lagti by Mohammed Rafi

Who composed the song “Gusse Men Tum Aur Bhi Achhi Lagti” by Mohammed Rafi?
The song “Gusse Men Tum Aur Bhi Achhi Lagti” by Mohammed Rafi was composed by Anjaan.

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