Jab Ham Chalen To Saath Hamaaraa Saayaa Bhi Na De

Sahir Ludhianvi

सितमगर दिल में तेरे
आग उल्फत की लगा दूंगा
क़सम तेरी तुझे मैं
प्यार करना भी सिखा दूंगा
तेरा हुस्न माना
बड़ी चीज़ है
मेरा दिल भी आखिर
कोई चीज़ है
तेरा हुस्न माना
बड़ी चीज़ है
मेरा दिल भी आखिर
कोई चीज़ है

ज़माने में हैं तुझ से
ऐ ऐ ऐ
लाखों हसीं
न होगा मगर कोई
मुझ सा कहीं इन ीं
मुहब्बत अगर
तेरे दिल में नहीं
तेरे दिल में नहीं
तू कर ले मुहोब्बत
भलि चीज़ है
मेरा दिल भी आखिर
कोई चीज़ है
तेरा हुस्न माना
बड़ी चीज़ है ऐ ऐ
मेरा दिल भी आखिर
कोई चीज़ है

न हों हुस्न पर
इतना मगरूर तू
करेगा तू इक दिन
मेरी आरज़ू
ओ ओ ओ ओ
बसा दूंगा मैं
दिल में उल्फ़त की धुप
दिल में उल्फ़त की धूम
मेरे लब पे जादू
भरी चीज़ है
मेरा दिल भी आखिर
कोई चीज़ है ऐ ऐ
तेरा हुस्न माना
बड़ी चीज़ है ऐ ऐ
मेरा दिल भी आखिर
कोई चीज़ है

तू जब गीत सुन कर
तडपने ऐ ऐ ऐ
लगे किसी के लिए दिल
धड़कने लगे ऐ ऐ ऐ
कोई जब तेरे दिल
में बसने लगे
दिल में बसने लगे
समझना मुहोब्बत
वही चीज़ है
मेरा दिल भी आखिर

Trivia about the song Jab Ham Chalen To Saath Hamaaraa Saayaa Bhi Na De by Mohammed Rafi

Who composed the song “Jab Ham Chalen To Saath Hamaaraa Saayaa Bhi Na De” by Mohammed Rafi?
The song “Jab Ham Chalen To Saath Hamaaraa Saayaa Bhi Na De” by Mohammed Rafi was composed by Sahir Ludhianvi.

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