Janam Janam Ka Saath [Soundtrack]

M. G. HASHMAT, JUGAL KISHORE-TILAKRAJ

जनम जनम का साथ है
तुम्हारा हमारा तुम्हारा हमारा
जनम जनम का साथ है
तुम्हारा हमारा तुम्हारा हमारा
अगर न मिलते इस जीवन में
लेते जनम दुबारा
जनम जनम का साथ है
तुम्हारा हमारा तुम्हारा हमारा
अगर न मिलते इस जीवन में
लेते जनम दुबारा
जनम जनम का साथ है
तुम्हारा हमारा तुम्हारा हमारा

जबसे घुमे धरती
सूरज चाँद सितारे

जबसे घुमे धरती
सूरज चाँद सितारे
तबसे मेरी निगाहें
समझे तेरे इशारे
रूप बदल कर साजन
मैंने फिर से तुम्हे पुकारा
जनम जनम का साथ है
तुम्हारा हमारा तुम्हारा हमारा

प्यार के पंख लगा के
दूर कही उड़ जाए
ओ प्यार के पंख लगा के
दूर कही उड़ जाए
जहां हवाये गम की
हम तक पहुँच न पाए
खुशियों की खुशबु से
महके घर संसार हमारा
जनम जनम का साथ है
तुम्हारा हमारा तुम्हारा हमारा
अगर न मिलते इस जीवन में
लेते जनम दुबारा
जनम जनम का साथ है
तुम्हारा हमारा तुम्हारा हमारा
तुम्हारा हमारा तुम्हारा हमारा

Trivia about the song Janam Janam Ka Saath [Soundtrack] by Mohammed Rafi

Who composed the song “Janam Janam Ka Saath [Soundtrack]” by Mohammed Rafi?
The song “Janam Janam Ka Saath [Soundtrack]” by Mohammed Rafi was composed by M. G. HASHMAT, JUGAL KISHORE-TILAKRAJ.

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