Logon Ka Dil Agar

Amit Khanna, Roshan Rajesh

दातुन काली दातुन

लोगों का दिल अगर
हा जीत न तुमको है तो
बस मीठा मीठा बोलो
लोगों का दिल अगर
हा जीत न तुम को है तो
बस मीठा मीठा बोलो

काली दातुन दस दस पैसे ले लो

चले है जैसे कहीं शीशे पे आरी
कानो को लागे है आवाज़ तुम्हारी
चले है जैसे कहीं शीशे पे आरी
कानो को लागे है आवाज़ तुम्हारी
कहना है कुछ अगर तो बोलो में मिश्री घोलो
बस मीठा मीठा बोलो

ए बाबू ले लेना बाबू

साज छुपा है जब सीना ए दिल में
गीत तुम्हारे है क्यों फिर मुश्किल में
साज छुपा है जब सीना ए दिल में
गीत तुम्हारे है क्यों फिर मुश्किल में
सबसे तुम्हे अगर हा आगे बढ़ना है तो
बस मीठा मीठा बोलो
ला र ला ला ला ला र ला ला ला
ला र ला ला ला ला र ला ला ला

सौ में से एक है बात पते की
दिन हो सुरीला तो रात मज़े की

चुप खड़ूस

सौ में से एक है बात पते की
दिन हो सुरीला तो रात मज़े की
अपना यह माल अगर हा बेचना तुम को है तो
बस मीठा मीठा बोलो

दातुन काली दातुन

लोगों का दिल अगर
हा जीत न तुम को है तो
बस मीठा मीठा बोलो

काली दातुन दस दस पैसे ले लो

Trivia about the song Logon Ka Dil Agar by Mohammed Rafi

Who composed the song “Logon Ka Dil Agar” by Mohammed Rafi?
The song “Logon Ka Dil Agar” by Mohammed Rafi was composed by Amit Khanna, Roshan Rajesh.

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