Maa Maa Karta Phire Laadla
माँ माँ करता फिरे लाड़ला
माँ माँ करे पुकार
कौन सुनेगा इसका रोना
बहरा है संसार
माँ की ममता रूठे न
प्यार पिता का छूटे न
माँ की ममता रूठे न
प्यार पिता का छूटे न
मात पिता बिन दर दर भटके
दुखिया बालक है
उसका कोई न पालक है
माँ की ममता रूठे न
प्यार पिता का छूटे न छूटे न
ओ कैसा ये खेल तेरा
ओ रे निर्दयी विधाता
बालक के पास आके
मिल न सके रे माता
मिल न सके रे माता
नन्हा सा फूल
अपनी दाल से कभी टूटे न
माँ की ममता रूठे न
प्यार पिता का छूटे न छूटे न
ओ तोड़ सके न कोई जग में
किस्मत की दीवार
जिसके घर में माँ नहीं
उसे बाबा करे न प्यार
उसे बाबा करे न प्यार
मुन्ने के प्यार को दुलार को
कोई लुटे न माँ की ममता रूठे न
प्यार पिता का छूटे न छूटे न
रोक सकते है नहीं
झोंके तुझे तूफान के
रोक सकते है नहीं
कांटे तुझे ये जहाँ के
माना तेरे सर पे है
माँ बाप की छाया नहीं
आस रख भगवान की
और पास जा भगवान के
पास जा भगवान के