Maidan Men Hum Jo Aa Jayen

Rajendra Krishan

ह्यूम ना छेड़े कोई, हम सताए बैठे है
गले मे सात सुरो को दबाए बैठे है
मैदान मे हम जो आ जाए
मैदान की च्छुटी हो जाए
मैदान मे हम जो आ जाए
मैदान की च्छुटी हो जाए
मैदान मे हम जो आ जाए
मैदान की च्छुटी हो जाए
मैदान की च्छुटी हो जाए
होटल का दीवाला पीट जाए
दरबान की च्छुटी हो जाए
होटल का दीवाला पीट जाए
दरबान की च्छुटी हो जाए
मैदान मे हम जो आ जाए
मैदान की च्छुटी हो जाए

हे बंदे मरते है
बस अची सूरत पर
है सूकर मोहब्बत के बंदे
मरते है तो अच्छी सूरत पर
मरते है तो अच्छी सूरत पर
मरते है तो अच्छी सूरत पर
हर किसी पे जो ये मरने लगे
शमशान की च्छुटी हो जाए
हर किसी पे जो ये मरने लगे
शमशान की च्छुटी हो जाए
होटल का दीवाला पीट जाए
दरबान की च्छुटी हो जाए
होटल का दीवाला पीट जाए
दरबान की च्छुटी हो जाए
मैदान मे हम जो आ जाए
मैदान की च्छुटी हो जाए
मैदान मे हम जो आ जाए
मैदान की च्छुटी हो जाए

अछा है के इस दुनिया मे
अभी कुछ सब्जी खोरे बाकी है
अछा है के इस दुनिया मे
अभी कुछ सब्जी खोरे बाकी है
अभी कुछ सब्जी खोरे बाकी है
कुछ सब्जी खोरे बाकी है
मूह सब के लग जाए लहू
तो हयवं की च्छुटी हो जाए
मूह सब के लग जाए लहू
तो हयवं की च्छुटी हो जाए
होटल का दीवाला पीट जाए
दरबान की च्छुटी हो जाए
होटल का दीवाला पीट जाए
दरबान की च्छुटी हो जाए

Trivia about the song Maidan Men Hum Jo Aa Jayen by Mohammed Rafi

Who composed the song “Maidan Men Hum Jo Aa Jayen” by Mohammed Rafi?
The song “Maidan Men Hum Jo Aa Jayen” by Mohammed Rafi was composed by Rajendra Krishan.

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