Mat Ro Suhagan

pradeep, Kamal Joshi, Usha Khanna

मत रो सुहागन तेरे लिए
अब आँसू बहाना है मना
मत रो सुहागन तेरे लिए
अब आँसू बहाना है मना
किस्मत के पासे पलट गये है
किस्मत के पासे पलट गये है
पिया घर जाना है मना
पिया घर जाना है मना

आ आ आ आ
शोभा ना देता दुख मे बिलखना
तुझ जैसी कुलवंती को
ऐसी ही पीड़ा मिली थी एक दिन
सीता ओर दमयंती को
जो बात हो गयी उस बात को अब
होठों पे लाना है मना
होठों पे लाना है मना
आ आ आ आ
मत रो सुहागन तेरे लिए
अब आँसू बहाना है मना
किस्मत के पासे पलट गये है
पिया घर जाना है मना
पिया घर जाना है मना

आ आ आ आ
फूलो का सपना देख ना पगली
काँटों में अब तुझे रहना है
विधि ने दिया तुझे देश निकाला
ये दुख अब तुझे सहना है
तेरे लिए अब साजन के पट पर
आँखे बिछाना है मना
आँखे बिछाना है मना
आ आ आ आ
मत रो सुहागन तेरे लिए
अब आँसू बहाना है मना
किस्मत के पासे पलट गये है
किस्मत के पासे पलट गये है
पिया घर जाना है मना
पिया घर जाना है मना

Trivia about the song Mat Ro Suhagan by Mohammed Rafi

Who composed the song “Mat Ro Suhagan” by Mohammed Rafi?
The song “Mat Ro Suhagan” by Mohammed Rafi was composed by pradeep, Kamal Joshi, Usha Khanna.

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