Mohan Main Ek Bhatka Raahi

Majrooh Sultanpuri

मोहन में एक भटका राही
तुम पथ के उजियारे हो
मोहन में एक भटका राही
तुम पथ के उजियारे हो
मोहन में एक भटका राही
तुम पथ के उजियारे हो

पग पग ठोकर खाऊं
बोलो अकेला मै कित जाऊ
काहे न तुम से आँख लगाऊ
तुम लाखों के सहारे हो
मोहन में एक भटका राही
तुम पथ के उजियारे हो
मोहन में एक भटका राही
तुम पथ के उजियारे हो

देख भटकता मेरे कदम को
दोष न दे अब भगवान तुमको
देख भटकता मेरे कदम को
दोष न दे अब भगवान तुमको
तुम तो देख रहे हो हमको
तुम तो साथ हमारे हो

मोहन में एक भटका राही
तुम पथ के उजियारे हो
मोहन में एक भटका राही
तुम पथ के उजियारे हो

Trivia about the song Mohan Main Ek Bhatka Raahi by Mohammed Rafi

Who composed the song “Mohan Main Ek Bhatka Raahi” by Mohammed Rafi?
The song “Mohan Main Ek Bhatka Raahi” by Mohammed Rafi was composed by Majrooh Sultanpuri.

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