Naseeb Tere Dar Pe Azmane Aaya

Naushad, Shakeel Badayuni

नसीब दर पे तेरे आज़माने आया हूँ
नसीब दर पे तेरे आज़माने आया हूँ
आज़माने आया हूँ
नसीब दर पे तेरे
तुझी को तेरी कहानी
तुझी को तेरी कहानी सुनाने आया हूँ
नसीब दर पे तेरे आज़माने आया हूँ

जो नग़में सोये हुये
हैं तेरे ख़यालों में
हैं तेरे ख़यालों में

जो नग़में सोये हुये
हैं तेरे ख़यालों में
उन्हीं को आज मैं गा कर
उन्हीं को आज मैं गा कर
जगाने आया हूँ

नसीब दर पे तेरे हाय
नसीब दर पे तेरे आज़माने आया हूँ
आज़माने आया हूँ

हो बहा भी दे मेरी
हालत पे आज दो आँसू
हो आज दो आँसू
बहा भी दे मेरी
हालत पे आज दो आँसू

मैं अपने दिल की लगी को
मैं अपने दिल की
लगी को बुझाने आया हूँ

नसीब दर पे तेरे हाय
नसीब दर पे तेरे आज़माने आया हूँ
आज़माने आया हूँ

हो अगर वो सामने होते
तो उनसे ये कहता
अगर वो सामने होते
तो उनसे ये कहता
तेरे हज़ूर में बिगड़ी
तेरे हज़ूर में बिगड़ी
बनाने आया हूँ

नसीब दर पे तेरे आज़माने आया हूँ

Trivia about the song Naseeb Tere Dar Pe Azmane Aaya by Mohammed Rafi

Who composed the song “Naseeb Tere Dar Pe Azmane Aaya” by Mohammed Rafi?
The song “Naseeb Tere Dar Pe Azmane Aaya” by Mohammed Rafi was composed by Naushad, Shakeel Badayuni.

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