Raat Bhar Ka Hai Mehman Andhera [Jhankar Beats]

O P Nayyar, Sahir Ludhianvi

मौत कभी भी मिल सकती है
लेकिन जीवन कल न मिलेगा
मरने वाले सोच समझ ले
फिर तुझको ये पल न मिलेगा

रात भर का है मेहमान अंधेरा
किस के रोके रूका है सवेरा
रात भर का है मेहमान अंधेरा
किस के रोके रूका है सवेरा
रात भर का है मेहमान अंधेरा

युही दुनिया में आकर ना जाना
युही दुनिया में आकर ना जाना
सिर्फ आसु बहकर ना जाना
मुस्कराहट पे भी हक़ हैं तेरा
किस के रोके रूका है सवेरा
रात भर का है मेहमान अंधेरा

लब पे सिकवा ना ल अश्क पि ले
जिस तरह भी हो खुछ देर जी ले
लब पे सिकवा ना ल अश्क पि ले
जिस तरह भी हो खुछ देर जी ले
अब उखड ने को है गम का डेरा
किस के रोके रूका है सवेरा
रात भर का है मेहमान अंधेरा
किस के रोके रूका है सवेरा

Trivia about the song Raat Bhar Ka Hai Mehman Andhera [Jhankar Beats] by Mohammed Rafi

Who composed the song “Raat Bhar Ka Hai Mehman Andhera [Jhankar Beats]” by Mohammed Rafi?
The song “Raat Bhar Ka Hai Mehman Andhera [Jhankar Beats]” by Mohammed Rafi was composed by O P Nayyar, Sahir Ludhianvi.

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