Sochne Ko Lakh Baaten Soche Insaan

Madan Mohan, Rajinder Krishnan

पा मा रे नि सा
रे मा पा नि पा
मा पा नि पा
पा नि सा नि
नि सा रे धा

मैं तो जाऊँ ना जमुना किनारे
मैं तो जाऊँ ना जमुना किनारे
वहाँ साँवला-सलोना एक जादूगर
आती-जाती पे जादू डारे
मैं तो जाऊँ ना जमुना किनारे
मैं तो जाऊँ ना जमुना किनारे

होंठों से जब-जब वो मुरली लगाए
होंठों से जब-जब वो मुरली लगाए
जमुना की एक-एक लहर रुक जाए
जमुना की एक-एक लहर रुक जाए
सखी री, फिर तू ही बता
सखी री, फिर तू ही बता
दिल कैसे ना कोई हारे?
मैं तो जाऊँ ना जमुना किनारे
मैं तो जाऊँ ना जमुना किनारे

कितना भी कोई मनवा को रोके
कितना भी कोई मनवा को रोके
रह जाए बंसी की धुन में वो खो के
रह जाए बंसी की धुन में वो खो के
सखी री, कोई बस ना चले
सखी री, कोई बस ना चले
जब मोहन की मुरली पुकारे
मैं तो जाऊँ ना जमुना किनारे
मैं तो जाऊँ ना जमुना किनारे
वहाँ साँवला-सलोना एक जादूगर
आती-जाती पे जादू डारे
मैं तो जाऊँ ना जमुना किनारे
मैं तो जाऊँ ना जमुना किनारे

Trivia about the song Sochne Ko Lakh Baaten Soche Insaan by Mohammed Rafi

Who composed the song “Sochne Ko Lakh Baaten Soche Insaan” by Mohammed Rafi?
The song “Sochne Ko Lakh Baaten Soche Insaan” by Mohammed Rafi was composed by Madan Mohan, Rajinder Krishnan.

Most popular songs of Mohammed Rafi

Other artists of Religious