Taarif Karoon
ये चांद सा रोशन चेहरा ज़ुल्फ़ों का रंग सुनहरा
ये झील सी नीली आँखें कोई राज़ है इनमें गहरा
ये चांद सा रोशन चेहरा ज़ुल्फ़ों का रंग सुनहरा
ये झील सी नीली आँखें कोई राज़ है इनमें गहरा
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया अहा
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
एक चीज़ क़यामत भी है लोगों से सुना करते थे
तुम्हें देख के मैंने माना वो ठीक कहा करते थे
वो ठीक कहा करते थे
है चाल में तेरी ज़ालिम कुछ ऐसी बला का जादू
सौ बार सम्भाला दिल को पर होके रहा बेकाबू
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया अहा
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
ये चांद सा रोशन चेहरा ज़ुल्फ़ों का रंग सुनहरा
ये झील सी नीली आँखें कोई राज़ है इनमें गहरा
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया अहा
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
तारीफ़ करूँ क्या उसकी जिसने तुम्हें बनाया
जिसने तुम्हें बनाया
जिसने तुम्हें बनाया