Tumhare Bin Guzare Hain Kai Din

Shankar-Jaikishan, Vishweshawar Sharma

तुम्हारे बिन गुजारे है कई दिन
अब न गुजरेंगे
तुम्हारे बिन गुजारे है कई दिन
अब न गुजरेंगे
जो दिल में आ गयी है आज
हम वो कर ही गुजरेंगे

खबर क्या थी की
अपने भी सितारे
ऐसे बिगडेंगे
खबर क्या थी की
अपने भी सितारे
ऐसे बिगडेंगे
की जो पूजा के काबिल है
वो यु रंग बदलेंगे
तुम्हारे बिन गुजारे है कई दिन
अब न गुजरेंगे

तुम्हारी एक न मानेंगे
करेंगे आज मन मानी
बहुत तरसया है तुमने
नहीं अब और तरसेंगे
सताया तो नहीं करते
कभी किस्मत के मारे को
किसी की जान जायेगी
किसी के अरमान निकलेंगे

तुम्हारे बिन गुजारे है कई दिन
अब न गुजरेंगे
जो दिल में आ गयी है आज
हम वो कर ही गुजरेंगे
तुम्हारे बिन गुजारे है कई दिन
अब न गुजरेंगे

आ आ आ आ आ आ आ आ

मनाया तुमको कितनी बार
लेकिन तुम नहीं माने
तो अब मजबूर होकर हम
शरारत पर भी उतरेंगे
हकीकत क्या है
ये पहले बता देते तो अच्छा था

कुढ़ अपने जाल से ही हम
न जाने कैसे निकागे
तुम्हारे बिन गुजारे है कई दिन
अब न गुजरेंगे

कई दिन बाद फिर ये साज
ये सिंगार पाया है
नहीं मालूम था की आप यु
इंकार कर देंगे
तुम्हे कैसे बताये
क्या हमारे साथ गुजरी है
तुम्हारे ख्वाब टूटेंगे
अगर सच बात कह दे

तुम्हारे बिन गुजारे है कई दिन
अब न गुजरेंगे
जो दिल में आ गयी है आज
हम वो कर ही गुजरेंगे

तुम्हारे बिन गुजारे है कई दिन
अब न गुजरेंगे
जो दिल में आ गयी है आज
हम वो कर ही गुजरेंगे

तुम्हारे बिन गुजारे है कई दिन
अब न गुजरेंगे

Trivia about the song Tumhare Bin Guzare Hain Kai Din by Mohammed Rafi

Who composed the song “Tumhare Bin Guzare Hain Kai Din” by Mohammed Rafi?
The song “Tumhare Bin Guzare Hain Kai Din” by Mohammed Rafi was composed by Shankar-Jaikishan, Vishweshawar Sharma.

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