Tumne Mujhe Dekha [Classic Revival]

R. D. BURMAN

तुमने मुझे देखा, हो कर मेहरबान
रुक गयी ये ज़मीं, थम गया आसमां
जाने मन, जाने जाँ
तुमने मुझे देखा हो कर मेहरबान
रुक गयी ये ज़मीं, थम गया आसमां
जाने मन, जाने जाँ
तुमने मुझे देखा

ओ कहीं दर्द के सहरा में, रुकते चलते होते
इन होंठों की हसरत में, तपते जलते होते
मेहरबान हो गयी, ज़ुल्फ़ की बदलियाँ
जानेमन, जाने जाँ
तुमने मुझे देखा, हो कर मेहरबान
रुक गयी ये ज़मीं, थम गया आसमां
जाने मन, जाने जाँ
तुमने मुझे देखा

हो लेकर ये हसीं जलवे, तुम भी न कहाँ पहुंचे
आखिर को मेरे दिल तक, क़दमों के निशाँ पहुंचे
ख़त्म से हो गए, रास्ते सब यहाँ
जानेमन, जाने जाँ
तुमने मुझे देखा, हो कर मेहरबान
रुक गयी ये ज़मीं, थम गया आसमां
जाने मन, जाने जाँ
तुमने मुझे देखा हो कर मेहरबान
रुक गयी ये ज़मीं, थम गया आसमां
जाने मन, जाने जाँ
तुमने मुझे देखा

Trivia about the song Tumne Mujhe Dekha [Classic Revival] by Mohammed Rafi

Who composed the song “Tumne Mujhe Dekha [Classic Revival]” by Mohammed Rafi?
The song “Tumne Mujhe Dekha [Classic Revival]” by Mohammed Rafi was composed by R. D. BURMAN.

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