Vakif Hoon Khub Ishq Ke
आह आ आ आ आ आ
अरज़-ए-शौक़ आँखों में है, अरज़-ए-वफ़ा आँखों में है
तेरे आगे बात कहने का मज़ा आँखों में है और
वाक़िफ़ हूँ खूब इश्क़ के तर्ज़-ए-बयाँ से मैं
वाक़िफ़ हूँ खूब इश्क़ के
आह आ आ आ आ आ
वाक़िफ़ हूँ खूब इश्क़ के तर्ज़-ए-बयाँ से मैं
ओ ओ ओ
वाक़िफ़ हूँ खूब इश्क़ के तर्ज़-ए-बयाँ से मैं
आह आ आ आ आ आ
वाक़िफ़ हूँ खूब इश्क़ के तर्ज़-ए-बयाँ से मैं
कह दूँगा दिल की बात नज़र की ज़ुबाँ से मैं
आह आ आ
कह दूँगा दिल की बात
नज़र की ज़ुबाँ से मैं (नज़र की ज़ुबाँ से मैं)
कह दूँगा दिल की बात (कह दूँगा दिल की बात)
बात कह दूँगा कह दूँगा कह दूँगा (बात कह दूँगा कह दूँगा कह दूँगा )
दिल की बात (दिल की बात)
आह आ आ आ आ आ
मेरी वफ़ा का शौक़ से तू इम्तहान ले
हो मेरी वफ़ा का शौक़ से तू इम्तहान ले
हाँ मेरी वफ़ा का शौक़ से तू इम्तहान ले
गुज़रूंगा तेरे इश्क़
इश्क़ में
गुज़रूंगा तेरे इश्क़ में हर इम्तहाँ से मैं
गुज़रूंगा तेरे इश्क़ में इश्क़ में (गुज़रूंगा तेरे इश्क़ में इश्क़ में)
गुज़रूंगा तेरे गुज़रूंगा तेरे इश्क़ (गुज़रूंगा तेरे इश्क़)
आह आ आ आ आ आ
ऐ हुस्न-ए-आशना तेरे जलवों की खैर हो
हो हो ऐ हुस्न-ए-आशना
ऐ हुस्न-ए-आशना आह आ आ आ
ऐ हुस्न-ए-आशना तेरे जलवों की खैर हो
आह आ आ आ
ऐ हुस्न-ए-आशना तेरे जलवों की खैर हो
बेगाना हो गया हूँ आह आ आ आ
बेगाना हो गया हूँ ग़म-ए-दो जहाँ से मैं (ग़म-ए-दो जहाँ से मैं)
हाँ बेगाना हो गया हूँ (बेगाना हो गया हूँ)
बेगाना हो गया हूँ ग़म-ए-दो जहाँ से मैं (बेगाना हो गया हूँ ग़म-ए-दो जहाँ से मैं)
ग़म-ए-दो जहाँ से मैं
बेगाना हो गया हूँ
आह आ आ आ
बेगाना हो गया हूँ
आह आ आ आ
बेगाना हो गया हूँ
आह आ आ आ
बेगाना हो गया हूँ
बेगाना हो गया हूँ ग़म-ए-दो जहाँ से मैं (बेगाना हो गया हूँ ग़म-ए-दो जहाँ से मैं)
वाक़िफ़ हूँ खूब इश्क़ के तर्ज़-ए-बयाँ से मैं (वाक़िफ़ हूँ खूब इश्क़ के तर्ज़-ए-बयाँ से मैं)
तर्ज़-ए-बयाँ से मैं (तर्ज़-ए-बयाँ से मैं)
वाक़िफ़ हूँ खूब इश्क़ के तर्ज़-ए-बयाँ से मैं (वाक़िफ़ हूँ खूब इश्क़ के तर्ज़-ए-बयाँ से मैं)